टेक्नोलॉजी का जमाना
आज का दौर जहां हम फर्श से अर्श तक पहुंच चुके हैं जहां हमने कई बुराइयों को पीछे छोड़ नई आदतों को अपनाया है उसी में से एक चीज है टेक्नोलॉजी जो अब हमारी आदत बन चुकी है जिस प्रकार हम खाना पानी और हवा के बगैर नहीं रह सकते ठीक उसी तरह टेक्नोलॉजी भी हमारे लिए बहुत ही जरूरी हो गई है।हमारे दिन की शुरुवात से लेकर दिन के अंत तक टेक्नोलॉजी पर निर्भर है। जिंदगी का हर पड़ाव समाज से जुड़ी हर कहानी पर्सनल हो या प्रोफेशनल हर चीज हर बात हर सिचुएशन टेक्नोलॉजी के इर्द गिर्द घूमती है और यह तब और भी जरूरी हो जाता हैं जब सोशल मीडिया का हमारी जिंदगी में प्रवेश होता है जहां हर व्यक्ति चाहे वो इंट्रोवर्ट हो या एक्सट्रोवर्ट अपने दिल और दिमाग में चल रहे घमासान को स्ट्रेंजर्स के साथ बांट सकता है इससे फायदा यह होता है कि इसमें चेहरा दिखाना जरूरी नही होता और स्ट्रेंजर को बिना आइडेंटिटी के सिर्फ बात बताने से हमे कुछ नए सॉल्यूशन मिल जाते है हालांकि इसके भी अपनी बुराइयां हैं या यूं कहूं कि टेक्नोलॉजी का वर्चुअल वर्ल्ड हो या रियल वर्ल्ड दुनिया में ऐसी कोई भी चीज नहीं है जिसमे अच्छाई या बुराई में से सिर्फ एक ही हो हर चीज और हर व्यक्ति में यह दोनो ही चीजे होती है।अब बात आती है यहां सरकार की क्योंकि वर्तमान में सरकार भी चाहे किसी भी देश की क्यूं न हो गुड गवर्नेंस के लिए टेक्नोलॉजी का प्रयोग भारी मात्रा में कर रही है। फिर वो चाहे लोगों तक सरकारी नीतियां पहुंचाने का काम हो या फिर लोगों से अपने कामों पर विचार लेने की बात हो। अब अब हरे क्षेत्र में चाहे वह कृषि का क्षेत्र हो या सेवा का क्षेत्र बिना टेक्नोलॉजी के उसका आगे बढ़ना असंभव है वैसे तो साहित्य की दुनिया में और टेक्नोलॉजी की दुनिया में भी असंभव जैसा शब्द होता ही नहीं लेकिन बिना इसके अगर हम आगे बढ़ने की और सर्वोत्तम पद को पाने की चाहा भी रखते हैं तो वो राह मुश्किलों से भरी हुई और नाकामियों से सजी हुई है। इसका सर्वोत्तम उदाहरण हम खुद ही देख सकते हैं कि आज के टाइम पर जब हमें अपने कल्चर को दुनिया के सामने लाना है अपनी क्रिएटिविटी को जग जाहिर करना है तो उसके लिए सोशल मीडिया की जरूरत है और उससे जुड़े रहने के लिए और उसे और अच्छा बनाने के लिए टेक्नोलॉजी और इनोवेशन की जरूरत पड़ती है वरना समुद्र के उस पार कौन जानता था की भारत अनेक विविधताओं वाला देश है जहां भाषा और पहनावे के साथ साथ हैंडीक्राफ्ट क्रिएटिविटी डांस कल्चर मैं भी विविधता है। अपने हुनर को दूर देश में बैठे लोगों तक पहुंचाने आज इतना आसान है कुछ समय पहले तक उतना ही मुश्किल था टेक्नोलॉजी ने कृषि क्षेत्र जैसे प्राथमिक क्षेत्र को जहां हम पारंपरिक रूप से खेती करते थे और जहां भविष्य में कोई भी अपना सुनहरा अवसर नहीं देख पाता था आज उस क्षेत्र को भी सुनहरे अवसर में तब्दील कर दिया है और कर भी रहा है हालांकि अब भी इस क्षेत्र को सेवा क्षेत्र और औद्योगिक क्षेत्र के समकक्ष पहुंचने में काफी समय है लेकिन इसकी शुरुआत हो चुकी है। इसके साथ ही टेक्नोलॉजी ने जो कारनामा स्वास्थ्य के क्षेत्र में करके दिखाएं हैं वह सब हमने खुद अपनी आंखों से कोरोना काल में देखा है। इन सब के बावजूद भी अब भी टेक्नोलॉजी अपने बालपन के अवस्था में हैं जिसे युवा होने में अभी समय है और पूरी दुनिया को इसे समझना बाकी है क्योंकि टेक्नोलॉजी 21वीं सदी का एक ऐसा अध्याय है जिसे देखने में सुनने में बहुत अच्छा बहुत सुकून महसूस होता है लेकिन जब इसको पढ़ते हैं और समझने की कोशिश करते हैं तो यह किसी भी गहरी खाई से भी गहरा है।
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